जनजीवन अस्त-व्यस्त

कश्मीर में लगातार 53वें दिन रहा जनजीवन अस्त व्यस्त 


श्रीनगर। घाटी में गुरुवार के दिन भी छात्र स्कूल नहीं पहुंचे, बाजार बंद रहे और सार्वजनिक वाहन सड़कों से नदारद रहेकेंद्र सरकार द्वारा जम्मू-कश्मीर का विशेष राज्य का दर्जा समाप्त करने के 53 दिन बाद भी यहां जन जीवन अस्तव्यस्त बना हुआ है। अधिकारियों ने बताया कि घाटी में बने हालात के कारण छात्र स्कूल नहीं पहुंचे इसलिए कश्मीर में ज्यादातर स्कूलों में कक्षाएं नहीं लगी। अधिकारियों ने बताया कि राज्य सरकार स्कूलों को सुचारू रूप से चलाने के परे प्रयास कर रही है लेकिन इनका कोई नतीजा नहीं निकल रहा है क्योंकि बच्चों की सुरक्षा को लेकर चिंतित अभिभावक उन्हें स्कूल नहीं भेज रहे हैं। घाटी के प्रमुख बाजार और अन्य व्यावसायिक प्रतिष्ठान बंद ही रहे। टीआरसी चौक, लाल चौक के इर्द गिर्द कुछ विक्रेताओं ने अपने स्टॉल जरूर खोले। सार्वजनिक वाहन सड़कों से नदारद रहे। नई दिल्ली। जम्मू कश्मीर के विशेष दर्जे को खत्म किए जाने के बाद से लागू पाबंदियों को हटाने की मांग को लेकर कई सिख संगठनों ने बृहस्पतिवार को यहां प्रदर्शन मार्च किया। प्रदर्शनकारियों में अधिकतर पंजाब से थे। उन्होंने रकाबगंज गुरुद्वारा से जंतर मंतर की ओर मार्च निकाला। हालांकि पुलिस ने उन्हें आधे रास्ते में रोक लिया क्योंकि इसके लिए उन्होंने जरूरी अनुमति नहीं ली थी। जंतर मंतर की ओर जाने वाले मार्ग को बंद कर दिया गया था।


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