"स्किल इंडिया" भी बनीं पांच राज्यों में बीजेपी कि हार का कारण ?

आज पांच राज्यों के नतीजों ने मोदी सरकार को हिला दिया है अब स्पष्ट हो गया कि २०१९ में दिल्ली का रास्ता मोदी के लिए आसान नहीं है I हमने कई राजनीतिक के जानकारों से बात कि तो स्पष्ट हुआ कि मोदी सरकार कि मुख्य योजनाओं में से एक “स्किल इंडिया” पी.एम.के.वी.बाई भी है  I एक सर्वे में पता चला कि प्रधान मंत्री को सबसे ज्यादा लोकप्रियता “स्किल इंडिया” से ही मिली लेकिन स्किल के जानकार बताते हैं मोदी जी ने सिर्फ अपनी ब्रांडिंग करके उन्हें बेरोजगार बना दिया I


मोदी जी कि फेस स्कीम “प्रधान मंत्री कौशल विकास योजना” भी मुख्तः पांच राज्यों में हार का कारण बनीं I स्किल के जानकारों के अनुसार लगभग २० हज़ार ट्रेनिंग सेंटर्स को विभिन्न राज्यों में ताला लगवा चुकी एन.एस.डी.सी. स्मार्ट टीम जिसमें मुख्य भूमिका में गौरव धीमान एवं अन्य एसे अधिकारीयों का नाम है जिन्होंने अपने हौदे का दुरूपयोग कर ट्रेनिंग सेंटर्स पर ताला लगवा दिया I


अन्य राज्यों में भी अगर अभी चुनाब हुए तो परिडाम तत्काल जैसे ही होंगे चाहे चुनाब ओडिशा में हों या दिल्ली में, ट्रेनिंग सेंटर एवं ट्रेंनिग पार्टनर्स रोजगार पैदा करने बालों को एन.एस.डी.सी. ने बेरोजगार बना दिया I इसका परिडाम बीजेपी को हर राज्य एवं हर छोटे बड़े चुनाब में मिला है I जबकि माननीय प्रधान मंत्री ने देश से बेरोजगारी, भुखमरी खत्म करने के लिए “स्किल इंडिया” का शुभारम्भ किया युवाओं को आकर्षित करती योजना को एन.एस.डी.सी. के कुछ निक्कम्मे अधिकारीयों ने लापरवाही के साथ साथ हर रोज एक नए नए बेमतलब के कानून लाकर लाखों लोगों के भविष्य के साथ धोखा किया I एन.एस.डी.सी. ने सिर्फ प्रयोग किये हैं देशवाशियों का पैसा अपनी आलिशान ओफ्फिसों एवं शानो सौकत में लगा दिया, एन.एस.डी.सी. स्किल इंडिया के नाम पर बेरोजगारी ही बढ़ा रही है अभी तक के परिडामों से साफ़ जाहिर है कि एन.एस.डी.सी. के पास कोई एसा तरीका नहीं है जिससे अच्छे परिडाम आ सके I  


एन.एस.डी.सी. के मुख्य प्रयोगों का लाभ और हानि मोदी जी के मंत्री एक बार देखलें तो “स्किल इंडिया” से करोड़ों युवाओं के जीवन में उजाला लाया जा सकता है I



  • रोजगार पैदा करने बाले युवाओं को बना दिया बेरोजगार I

  • देश के करोड़ों युवाओं को एम.एस.डी.ई. एवं एन.एस.डी.सी. कि “स्किल इंडिया” ने कर दिया बेरोजगार I

  • प्रधान मंत्री कौशल विकाश योजना के नाम पर कई हज़ार करोड़ रुपये का कर दिया कूड़ा I


अगर मोदी जी को २०१९ में दिल्ली कि गद्दी पर काबिज होना है तो अपनी मुख्य योजनाओं को देशवाशियों तक पूरी इमानदारी एवं निष्ठां से पहुंचाने के लिए कठोर कदम उठाने होंगे I सभी मंत्रियों को अपने – अपने मंत्रालय कि योजनाओं को वारिकी से समझना पड़ेगा I  


हाल ही में एन.एस.डी.सी. द्वारा लांच आर.एफ.पी.- पी.एम.के.वी.बाई. कि जांच अवश्य होनी चाहिए क्यूंकि पूरी उन्मीद है कि उसमें बहुत बड़ी गड़बड़ी हुयी है I आर.एफ.पी.- पी.एम.के.वी.बाई. में भी टारगेट ज्यादातर उन लोगों को मिले हैं जिनको स्किल का “क” नहीं पता I हजारों ट्रेनिंग पार्टनर्स एवं ट्रेंनिग सेंटर्स कि एप्लीकेशन पोर्टल के ड्राफ्ट में ही अटक गयी I


जब हमारी टीम ने “हार्ड शैल” कंपनी के अधिकारीयों से पूछा तो जबाब हैरान करने वाला था ?


जवाब स्पष्ट था एन.एस.डी.सी. के अधिकारीयों के कहने के अनुसार ही हो रहा है मुख्त उन्होंने माननीय अक्षय कश्यप का नाम लिया I    



   


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