जैन धर्मशाला की इमारत

जैन धर्मशाला की इमारत भरभरा के गिरी


क्षेत्र में हो रही लगातार बारिश से पुराने जीर्ण-शीर्ण भवनों का गिरना लगातार जारी है। गुरुवार को नगर कुरवाई में वार्ड क्रमांक 10 स्थित जैन धर्मशाला की पुरानी दो मंजिला इमारत की ऊपर की छत अचानक भरभरा कर गिर गई। जिसके कारण नीचे की छत का भी हिस्सा टूट कर गिर गया। इस इमारत के ऊपरी हिस्सा पहले से क्षतिग्रस्त होने के बावजूद भी उसमें निजी स्कूल ज्ञान ज्योति पब्लिक स्कूल संचालित होता था। । नीचे की मंजिल में एक परिवार रहता है और ज्ञान ज्योति पब्लिक स्कूल का आफिस संचालित होता है। यह तो संयोग ही रहा की स्कूल से बच्चों की छुट्टी हो गई थी और ऑफिस के लोग स्कूल बंद करके बाहर आ गए थे। तभी अचानक ऊपर की मंजिल की पट्टियां टूटकर गिरना चालू हुई और नीचे रहने वाला अशोक जैन का परिवार आवाज सुनकर एकदम नीचे रहने वाले परिवार को शिफ्ट कराया कस्बा पटवारी विनोद हलवा, सुनील श्रीवास्तव मौके का पंचनामा आदि बनाकर नीचे रहने वाले परिवार को नगर पालिका के समढाय भव इस संबंध में ब्लॉक शिक्षा अधिकारी कमल सिंह बागड़ी जी से बात करने का बताया कि मैंने अभी 1 माह पूर्व ज्वाइन किया है। क्षेत्र में लगातार बारिश के कारण स्कूलों का निरीक्षण नहीं कर पाया। शीघ्र ही सभी निजी एवं शासकीय स्कूलों का निरीक्षण किया जाएगा। और यदि कोई स्कूल इस तरह की खतरनाक इमारतों में संचालित हो रहा है उसकी रिपोर्ट शासन को भेजी जाएगी। बाहर को भाग कर निकल गया। ऊपर की मंजिल के गिरने की वजह से उनकी कमरे की छत की पत्तियां भी टूटकर कमरे में रखे सामानों पर गिर गई। जिससे उनके घर गृहस्थी का सामान चकनाचूर हो गया है। इस तरह के खतरनाक भवनों में स्कूल जैसी संस्था को संचालित करने की अनुमति शिक्षा विभाग कैसे दे देता है। जिसमें छोटे-छोटे बच्चे बैठकर पढ़ते हैं। शिक्षा विभाग को भवनों की स्थिति देखने के बाद ही स्कूल खतरनाक स्थिति में भवन अनुविभागीय अधिकारी गोपाल सिंह वर्मा का कहना है मौके पर जाकर कुछ भवन की स्थिति देखी है। बहुत खतरनाक स्थिति में है उसमें रहने वाले परिवार को नगर पालिका के सामुदायिक भवन में शिफ्ट करा दिया गया है। भवन में प्रवेश प्रतिबंधित कर दिया गया हैशीघ्र इस भवन को सुरक्षित तरीके से गिरवा करहटाया जाएगा। इस संबंध में जिला शिक्षा अधिकारी सुरेश कुमार त्रिपाठी का कहना है घटना की जानकारी प्रेस द्वारा दी गई है इसकी शीघ्र जांच करवाता हूं। संचालित करने की अनुमति देना चाहिए। ऊपर की छत गिर जाने ऊपर की मंजिल की दीवारें भी खतरनाक स्थिति में खड़ी है। प्रशासन एवं नपा को सुरक्षित तरीके से इस भवन का निराकरण करना चाहिए। घटना की जानकारी लगते ही मौके पर अनिवार्य अधिकारी गोपाल सिंह वर्मा, तहसीलदार के एन ओझा, एएसआई रघुपति यादव मौके पर पहुंचे। 



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