नगर पालिका अनारिक्षत

जिले की इकलौती कवर्धा नगर पालिका अनारिक्षत


नगरीय निकाय चुनाव की तैयारियों के तहत बुधवार को प्रदेश की राजधानी रायपुर स्थित शहीद स्मारक भवन में आरक्षण की प्रक्रिया पूरी कर ली गई। जिसमें जिले की ईकलौती कवर्धा नगर पालिका के साथ सभी पांच नगर पंचायतों के अध्यक्ष पद का भी आरक्षण लॉटरी पाद्धति से तय कर दिया गया। प्रमुख राजनैतिक दलों सहित नगरीय क्षेत्रों के लोगों की भारी उत्सुकता के बीच बुधवार की दोपहर करीब 2.00 बजे प्रदेश की राजधानी रायपुर से कवर्धा पहुंची खबर के मुताबिक कवर्धा नगर पालिका का अध्यक्ष पद एक बार फिर अनारक्षित हो गया हैइस आरक्षण के तय होने के साथ प्रमुख राजनैतिक एवं सत्ता रूढ़ दल कांग्रेस खेमे के के कार्यकर्ताओं के चेहरे खिल गए और कईयों की आंखों में नगर पालिका अध्यक्ष पद की कुर्सी भी झूलने लगी। वहीं दूसरी तरफ आरक्षण के बाद से ही राजनैतिक गलियारों मेंभी हलचल तेज हो गई है। लोगों ने कांग्रेस से लेकर भाजपा के संभावित प्रत्याशियों के नामों की चर्चा शुरू कर दी है। कवर्धा नगर पालिका का अध्यक्ष पद अनारक्षित होने के साथ ही जहां तक सत्ता रूढ़ दल कांग्रेस की बात की जाए तो कांग्रेस खेमे में सार्वधिक दावेदार नजर आ रहे हैं। हालांकि अभी किसी भी दावेदार का नाम लेना जल्दबाजी होगी लेकिन बीते करीब 15 वर्षों बाद सत्ता में आने और कवर्धा नगर पालिका के अध्यक्ष पद अनारक्षित होने के कारण इस पार्टी के कई कार्यकर्ताओं की उम्मीदें बढ़ गई है। ___ कमोबेश यही हाल विपक्षी दल भाजपा का भी है। इस खेमे से भी उम्मीदवारों की कोई कमी नहीं है। बहरहाल देखना दिलचस्प होगा कि दोनो ही प्रमुख राजनैतिक दलों में से किसकी उम्मीदें परवान चढ़ती हैं और पार्टी किस पर भरोसा जताती हैं। यहां बताना लाजिमी होगा कि इससे पूर्व कवर्धा नगर पालिका का अध्यक्ष पद ओबीसी महिला के लिए आरक्षित थी और कवर्धा नगर पालिका के अध्यक्ष पद पर भाजपा समर्पित प्रत्याशी श्रीमती देवकुमारी चन्द्रवंशी ने काबिज हैं।


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