समस्याओं का अंत कभी नहीं होता

पुराने समय में एक व्यक्ति अपने जीवन से बहुत परेशान था। एक दिन उसके शहर में एक संत आए दुखी युवक ने महात्मा जी से बात की। युवक ने कहा कि मैं बहुत परेशन हूं, मुझ पर कृपा करें। कुछ ऐसा उपाय बताएं, जिससे सभी परेशानियां दूर हो सके। दुखी व्यक्ति का प्रश्न सुनकर संत ने कहा कि मैं तुम्हारे दुखों को दूर करने का उपाय जरूर बताउंगा, लेकिन इसके लिए तुम्हें मेरा एक काम करना होगा। संत ने कहा कि आज राज तुम्हें मेरी गौशाला में गायों की देखभाल करनी है। जब सभी गाय सो जाएंगी, तब तुम भी सो जाना। दुखी व्यक्ति ने संत की बात मान ली और उस रात वह गौशाला में गायों की देखभाल करने के लिए चले गया। वहां सैकड़ों गायें थीं। पूरी रात उसने गायों का ध्यान रखा। अगले दिन सुबह वह संत से मिलने गया। संत ने उससे पूछा कि तुम्हें नींद कैसी आई?व्यक्ति ने कहा कि गुरुजी मैं तो पूरी रात सो ही नहीं सका, क्योंकि सभी गाय एक साथ नहीं सोती हैं। एक गाय सोती है तो दूसरी उठ जाती है। पूरी रात ऐसा ही चलता रहा। संत ने कहा कि हमारे जीवन में परेशानियां भी गायों की तरह ही हैं। कभी भी एक साथ सभी समस्याएं शांत नहीं हो सकती, जीवन में कुछ न कुछ दुख तो बना ही रहता है। इसीलिए हमें परेशानियों का डटकर सामना करना चाहिए। बाधाओं से डरे नहीं, उन्हें दूर करने का प्रयास करें।


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