विश्व चैंपियनशिपः

विश्व चैंपियनशिपः चोटिल दीपक हटे, रजत पदक से किया संतोष, राहुल ने जीता कांस्य


भारत के युवा पहलवान दीपक पूनिया चोट के कारण विश्व कुश्ती चैंपियनशिप के फाइनल में नहीं उतर पाए, जिसके कारण उन्हें रजत पदक से अवारे ने 61 ही संतोष किग्रा के करना पड़ा। कांस्य पदक पनिया को 86 मुकाबले में किलो ग्राम ग्राफ को 11- भारवर्ग के 4 से हराया फाइनल में रविवार को ईरान के हसन याजदानी चाराटी का सामना करना था, लेकिन चोट की वजह से वह मुकाबला नहीं कर पाए। 20 साल के दीपक पूनिया ने सेमीफाइनल में स्विट्जरलैंड के स्टेफन सेइचमुथ को 8-2 से मात दकर फाइनल में जगह बनाई थी वह पहले ही ओलंपिक कोटा हासिल कर चुके हैं। राहुल अवारे ने कांस्य पदक जीता जिससे भारत ने विश्व कुश्ती चैंपियनशिप में पदकों के मामले में अपना अब तक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने में सफल रहा। अवारे ने 61 किग्रा के कांस्य पदक मुकाबले में 2017 के पैन अमेरिकी चैंपियन टाइलर ली ग्राफ को 11-4 से हराकर भारत के पदकों की संख्या पांच पर पहुंचाई। भारत की तरफ से दीपक पूनिया ने रजत जबकि बजरंग पूनिया, राहुल अवारे, रवि कुमार दहिया और महिला वर्ग में विनेश फोगाट ने कांस्य पदक जीते। भारत का विश्व चैंपियनशिप में इससे पहले सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 2013 में था जब उसने तीन पदक जीते थे। तब अमित दहिया ने रजत, बजरंग पूनिया ने कांस्य और संदीप तुलसी यादव ने ग्रीको रोमन में कांस्य पदक जीता था। नूर-सुल्तान। विश्व चैम्पियनशिप में रजत पदक जीतने वाले भारतीय पहलवान दीपक पूनिया ने जब कुश्ती शुरू की थी तब उनका लक्ष्य इसके जरिये नौकरी पाना था जिससे वह अपने परिवार की देखभाल करसके। वह काम की तलाश में थे और 2016 में उन्हें भारतीय सेना में सिपाही के पद पर काम करने का मौका मिला।लेकिन ओलंपिक पदक विजेता पहलवान सुशील कुमार ने उन्हें छोटी चीजों को छोड़कर छह चौकों और पांच छक्कों की मदद से नाबाद 79 रन बनाकर दक्षिण अफ्रीका की जीत आसान कर दी। दक्षिण अफ्रीका ने 16.5 ओवर में एक विकेट पर 140 रन बनाये। इस तरह से तीन मैचों की श्रृंखला 1-1 से बराबरी पर छूटी।


 


 


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