वियतनाम ओपन पर किया कब्जा

72 मिनट में सौरभ ने जीता साल का तीसरा खिताब, वियतनाम ओपन पर किया कब्जा


भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ी सौरभ वर्मा ने रविवार को यहां वियतनाम . इस साल ओपन बीडब्लूएफ हैदराबाद टूर सुपर 100 ओपन और टूर्नामेंट के पुरुष एकल फाइनल में स्लोवेनियाई चीन के सुन फेई खिताब भी जीत चुके शियांग को हराकर खिताब अपने नाम किया। दूसरे वरीय सौरभ ने 75 हजार डालर पुरस्कार राशि वाले टूर्नामेंट के एक घंटे 12 मिनट तक चले फाइनल मुकाबले को 21-12, 17-21, 21-14 से अपने नाम किया। इस जीत के बाद सौरभ ने कहा, 'इस सप्ताह मैंने जैसा खेल खेला उससे काफी खुश हूं। मैंने जापान के तीन खिलाड़ियों के खिलाफ जीत दर्ज की और उन खिलाड़ियों के खेलने का तरीका एक जैसा था। वे आक्रामक खेल रहे थे और कोर्ट पर उनके खेल में जो थोड़ा अंतर था उस पर मुझे ध्यान देना था। उन्हें हराना अच्छा रहा।' सौरभ ने चैंपियन बनने के सफर में जापान के कोदाई नारोका, यू इगाराशी और मिनोरू कोगा को शिकस्त दी। का, यू.इशाराशा मौजूदा राष्ट्रीय चैंपियन सौरभ इस साल हैदराबाद ओपन और स्लोवेनियाई अंतरराष्ट्रीय चैंपियनशिप का खिताब भी जीत चुके हैं। भारतीय खिलाड़ी ने कहा, 'फाइनल मुकाबला मुश्किल था लेकिन मैं खुश हूं कि मैं अपने तरीके से खेल सका और विजेता बना। इस खिताब से मेरा मनोबल बढ़ेगा। सौरभ और सुन के बीच यह तीसरी भिड़त थी। सौरभ ने इससे पहले कनाडा और हैदराबाद में जापान के इस खाडीला है खिलाड़ी को हराया था।


बनाए रखी लय


सौरभ ने फाइनल पहले गेम में दबदबे के साथ शुरुआत करते हुए 4-0 की बढ़त बनाई और ब्रेक के समय वह 11-4 से आगे थे। ब्रेक के बाद भी उन्होंने लय बनायी रखी और स्कोर को 15-4 कर दिया। सुन ने वापसी की कोशिश की लेकिन सौरभ ने आसानी से पहला गेम जीत लिया।


किया संघर्ष


दूसरे गेम में सुन ने शानदार खेल दिखाया और 8-0 की बढ़त हासिल कर ली। बेक के समय उनकी बढ़त 11-5 की थी। ब्रेक के बाद भी सौरभ संघर्ष करते दिखे जिसका फायदा उठाते हुए सुन ने गेम अपने नाम कर लिया।


बढ़त से मिली जीत


निर्णायक गेम की शुरुआत में 26 साल के सौरभ 2-4 से पिछड़ रहे थे लेकिन ब्रेक तक उन्होंने 11-7 की बढ़त कायम कर ली। चीन के खिलाड़ी ने उन्हें चुनौती दी लेकिन भारतीय खिलाड़ी ने अपनी बढ़त बरकरार रखी। जब वह 17-14 से आगे थे तब उन्होंने लगातार चार अंक हासिल कर चीनी खिलाड़ी के मंसूबो पर पानी फेर दिया।



amarujala 


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