25 लाख कैश व 1 किलो चांदी चोरी

टॉफी के गोदाम में 25 लाख कैश व 1 किलो चांदी चोरी


राधिका आयल मिल रोड पर स्थित टॉफी फैक्ट्री के गोदाम में सेंध खिडकी लगाकर चोरों तोड़कर ने लाखों की गोदाम में घसे नकदी तथा कई शातिर चोर किलो चांदी के - आभूषणों पर हाथ साफ कर दिया। गोदाम में तैनात चौकीदार को भी चोरों की भनक नहीं लगी। सुबह 10 बजे गोदाम में आने पर मालिक ने देखा कमरे की खिड़की टूटी पड़ी थी व अलमारी में रखा कैश गायब था। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची व डॉग स्कवायड की टीम को भी बुलाया गया। पुलिस पूरा दिन खाक छानती रही लेकिन चोरों का कोई सुराग नहीं लगा। इस इलाके में एक साल के अंदर चोरी की यह दूसरी बड़ी अपराधिक वारदात है। प्राप्त जानकारी के अनुसार राधिका मिल रोड पर एक ट्रेडिंग कंपनी का गोदाम है। फर्म के मालिक विनय जैन ने बताया कि वह बुधवार को गोदाम को ताला लगाकर घर गया था व चौकीदार गोदाम में तैनात था। लेकिन चोर गोदाम के पीछे लगी खिड़की तोड़कर अंदर घुसे व गल्ले में रखी 25 लाख की नकदी व एक किलो चांदी के आभूषण चुरा ले गए। गोदाम में लगे सीसीटीवी कैमरों से भी चोर बच गए व फुटेज में कुछ सामने नहीं आया। फर्म मालिक ने बताया कि उनकी फर्म पूरे हरियाणा में टॉफी सप्लाई करती है व दो दिनों से कैश बैंक में जमा नहीं हो पायाथा। यही कारण है इतनी बड़ी राशि गोदाम के दफ्तर में रखी हुई थी। चोरी की घटना की सूचना मिलते ही कई व्यापारी नेता बजरंग बंसल तथा प्रवीण तायल भी गोदाम में पहुंच गए। गं दिया चोरी की वारदात को अंजाम चोर कंपनी की पिछली दीवार फांदकर गोदाम की गैलरी में घुसे व गैलरी के गेट को रस्सी से बांध दिया। फिर ऑफिस की खिड़की व लोहे की ग्रिल तोड़ते हुए अंदर प्रवेश किया। - अलमारी को ताला नहीं लगाया गया था व चोर 25 लाख की नकदी व मंदिर में रखी चांदी की मूर्तियों को चुरा ले गए। विनय जैन ने बताया कि रात्रि में एक चौकीदार भी वहां पर रहता है लेकिन उसे चोरी कीवारदात के बारे में कोई अता पता नहीं है। , एक साल पहले भी हुई थी 25 लाख की डकती बीते वर्ष 15 दिसंबर की रात को राधिका ऑयल मिल के पास स्थित ओके इंडस्ट्रीज में भी 25 लाख रुपये की डकैती हुई थी। बदमाश पिस्तौल गोदाम में चोरी की वारदात हुई है जिसमें 25 लाख रुपये कैश चोरी हुई है। इस मामले में पुलिस ने गोदाम मालिक विनय जैन की शिकायत पर एफआइआर दर्ज कर ली है। सीसीटीवी फुटेज को खगला जा रहा है लेकिन अभी तक चोरों का कोई सुराग सीसीटीवी फुटेज से नहीं लगा है। पुलिस टीमें इस मामले में जांच कर रही हैं। -अमित कुमार, शहर थाना प्रभारी के बल पर मजदूरों को बंधक बनाकर बैटरी बनाने में इस्तेमाल होने वाले सिक्के की सिल्लियां चुरा ले गए थे। इस मामले में 10 महीने बाद भी पुलिस के हाथ खाली हैं। सीआईए टीम भी इस मामले को अभी तक नहीं सलझा पाई है। पुलिस को अशंका है कि इस वारदात को बड़े गिरोह ने अंजाम दिया था। इस मार्ग पर कई बड़ी फैक्ट्रियां हैं।


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