ब्लड दान

ब्लड दान करने में जिले के लोग ले रहे बढ़-चढ़कर हिस्सा


भारी बारिश के बीच प्रसूता को तीन बॉटल खून की जरूरत पड़ गईपरिवार वाले हताश और निराशनिजी अस्पताल में खून कैसे पहुंचेगा। शनिवार का दिन होने से अवकाश जैसे हालात। मगर जिला अस्पताल में स्थिति ब्लड बैंक उम्मीद की किरण बनीं। चिकित्सकों की सलाह पर परिजन जिला अस्पताल के ब्लड बैंक पहुंचे। संचालक ने सहजता से कह दिया, ब्लड मिल जाएगा, शर्त है कि तीन बॉटल खून आप लोगों को दान करना पड़ेगा, फिर वह किसी भी ग्रुप का हो। हाथों हाथ परिवार के सदस्यों ने तीन बॉटल खून जो अन्य ग्रुप का था दे दिया। प्रसूता को जिस ग्रुप का ब्लड चाहिए था, पहले थमा दिया, तब परिजनों ने राहत की सांस ली। फिर खबर आई एक बॉटल और लग सकता है, ब्लड बैंक संचालकों ने कहा चिंता कहा चिंता न करें वह भी मिल जाएगा। इस बेहतर सुविधा के लिए शहर के वे दानदाता स्मरण आते रहे, जो हर तीन माह में ब्लड दान कर रहे हैं। जानकारी के मुताबिक शहर में ब्लड दान करने का खुमार ब्लड दान करने का खमार दानदाताओं पर सिर चढ़कर बोल रहा है। जब ब्लड बैंक शुरू हुआ था तब प्रथम वर्ष में 888 लोगों ने पूरे साल में ब्लड दान किया था, मगर इस वर्ष यह आंकड़ा 2400 यूनिट तक पहुंच गया है। प्रत्येक ग्रुप का तक पहुंच गया है। प्रत्येक ग्रप का ब्लड यहां मिल रहा है।


निजी अस्पतालों को भी मिला सहयोग


ऐसा नहीं है कि सिर्फ शासकीय अस्पताल तक ब्लड बैंक की सुविधा पहुंच रही है शहर के निजी अस्पतालों में अगर मरीज भर्ती है और खून की जरूरत पड़ती है तो ब्लड बैंक, ब्लड की सुविधा उपलब्ध करा रही है। शनिवार को प्रसूता को एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था, वहीं पर उसे तीन बॉटल खून की जरूरत पड़ी, तब ब्लड बैंक ने खून उपलब्ध करवाया। इस तरह के उदाहरण प्रति दिन सामने आ रहे हैं। जानकारों ने बताया कि ब्लड बैंक की सुविधा होने से निजी अस्पतालों का कारोबार भी चल पड़ा, इसके पहले खून की समस्या होने की आशंका में निजी अस्पतालों में ऑपरेशन के मरीजों को भर्ती नहीं कराया जाता है। बल्कि इंदौर और भोपाल की तरफ मरीज के परिजन रुख करते थे।


दानदाताओं से सजी है दीवार


ब्लड बैंक के भीतर मुख्य दीवार दानदाताओं के नाम से सजी है। ऐसे युवा भी हैं जिन्होंने एक वर्ष में तीन से चार दफा ब्लड दान किया है। उनके फोटो के साथ नाम अंकित किए गए हैं। दीवार पर सैंकडों युवाओं व युवतियों के नाम अंकित है। ब्लड दान करने वाले युवाओं ने खुले तौर पर नाम और फोटो अंकित करने की इजाजत दी है। अगर किसी को जरूरत पडे तो वे ब्लड दान करने के लिए हाजिर होते है। ब्लड दान करने वालों की सूची में शेखबरात का नाम भी है और राहुल शर्मा का नाम भी । ऐसे दर्जनों युवा हैं जो अलग अलग धर्म और समाज के लोग है जिन्होंने ब्लड दान किया है। यही ब्लड जरूरत पड़ने पर जरूरतमंदों को दिया जा रहा है। 



bbc 


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