ब्लैकलिस्ट होने की कगार पर पाक

एफएटीएफ से ब्लैकलिस्ट होने की कगार पर पाक


पाकिस्तान पर आतंकी ढांचा और टेरर फंडिंग पर लगाम लगाने में नाकामी की वजह से फाइनैंशल ऐक्शन टास्क फोर्स से ब्लैकलिस्ट होने की तलवार लटक रही है। टेरर फंडिंग के खिलाफ निगरानी करने वाले सूत्रों के मुताबिक इस्लामाबाद ब्लैकलिस्ट होने के करीब पहुंच गया है। सूत्रों ने बताया कि टेरर फंडिंग के खिलाफ पाकिस्तान को एफएटीएफ की तरफ से जो 27 पॉइंट वाला लक्ष्य दिया गया था, वह उनमें से सिर्फ 6 को ही हासिल कर पाया है। बता दें कि अगर पाकिस्तान एफएटीएफ से ब्लैकलिस्ट होता है तो उसके लिए अंतरर्राष्ट्रीय वित्तीय मदद की राह तकरीब बंद हो जाएगी। पाकिस्तान फिलहाल एफएटीएफ की 'ग्रे लिस्ट' यानी निगरानी वाले देशों की सूची में शामिल है। अगले महीने पैरिस में एफएटीएफ उसके दर्जे की अंतिम समीक्षा करेगा। दरअसल, एफएटीएफ का उद्देश्य मनी लॉड्रिंग, टेरर फंडिंग समेत इंटरनैशनल फाइनैंशल सिस्टम के लिए गंभीर खतरों को खत्म करने के लिए कानूनी, नियंत्रणकारी और व्यावहारिक कदमों के कारगर पालन को सुनिश्चित करना है। एफएटीएफ के ऐक्शन प्लान के पाकिस्तान में क्रियान्यवयन की निगरानी करने वाले सूत्रों ने बताया कि पाकिस्तान ने अपनी सरजमीं पर मौजूद संयुक्त राष्ट्र द्वारा घोषित 100 से ज्यादा आतंकियों/संगठनों में से फिलहाल सिर्फ 5 का पता लगाया है।


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