दो को मार डाला

जनअदालत में फिर दो को मार डाला आईडी विस्फोट कर तीन को उड़ाया


दो दिन के अंतराल में माओवादियों ने मुखबिरी का आरोप लगाते हुए दो युवकों की जनअदालत लगाकर हत्या कर दी। बस्तर आईजी विवेकानंद सिन्हा ने बताया कि पिछले 18 वर्ष में माओवादी डेढ़ हजार से अधिक निर्दोषों की जान ले चुके हैं। मिली जानकारी के अनुसार डब्बाकोन्टा गांव में दो दिनों पहले जनअदालत लगाकर माओवादियों ने दो ग्रामीण लच्छा जोगा और उसके दोस्त माड़वी रोहित पर पुलिस के लिए मुखबिरी करने का आरोप लगाते हुए उनकी हत्या कर दी है। नक्सलियों ने दोनों ही युवकों पर पुलिस की मुखबिरी करने का आरोप लगाया है। वहीं 2015 में रोहित के बड़े भाई की भी नक्सलियों ने ऐसा ही आरोप लगाकर हत्या कर दी थी। दिनदहाड़े हुई इस हत्या से इलाके में दहशत है। मामले की तहकीकात जारी है। इस घटना के बाद नक्सलियों ने रोहित माडवी को दफना दिया और लच्छा जोगा को जला दिए जाने की खबर है। आईजी श्री सिन्हा ने कहा कि वर्ष 2001 से अब तक कुल 1 हजार 558 लोगों को नक्सली मौत के घाट उतार चुके हैं। आखिर आए दिन निर्दोष आदिवासी ग्रामीणों की हत्या से माओवादी क्या साबित करना चाहते हैं। इन निर्दोष ग्रामीणों की हत्या का अधिकार इन्हे किसने दिया क्या इनका कृत्य आदिवासियों के हित में किया जा रहा है। श्री सिन्हा ने कहा एक ओर गरीब निर्दोष ग्रामीणों की आए दिन बेवजह क्रूरतापूर्वक हत्या करना एवं दूसरी ओर इनके हितों एवं मानवाधिकारों की बता करना ग्रामीणों के साथ छलावा व बेईमानी है।


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