किसानों की संतुष्टि का रखा विशेष ध्यानः

किसानों की संतुष्टि का रखा जाए विशेष ध्यानः मंत्री पटवारी


शाजापुर प्रभारी मंत्री ने इस वर्ष मानसून के दौरान हुई अतिवृष्टि से नुकसान का जायजा लेने और किसानों को किस तरह से राहत पहुंचाई जाए आर इसका मंथन करने के लिए अधिकारियों की बैठक ली। उन्होंने बैठक में कहा कि पिछले वर्ष की तुलना में लगभग दुगुनी वर्षा हो गई है। इससे खेतों में पानी भरने, फसलों का अफलन होने आदि से हुए नुकसान का सर्वे जल्दी से जल्दी पूरा कराएं। सर्वे के लिए गठित दल एक-एक खेत का सर्वे कर रिपोर्ट तैयार करें। सर्वे के दौरान जनप्रतिनिधियों को साथ रखते हुए किसानों की संतुष्टि का पूरा ध्यान रखें। अतिवृष्टि से फसलों के अलावा पशुओं के हताहत होने या मकानों के गिरने से हुए नुकसान का भी सर्वे कर पीड़ितों को तत्काल राहत पहुंचाएंखरीफ की फसलें खराब होने पर किसान जल्दी से जल्दी रबी फसलों की बुवाई करेंगे, इसलिए कृषि विभाग पहले से किसानों की मांग अनुरूप खाद एवं बीज का भण्डारण करे। साथ ही सहकारी दुकानों एवं निजी संस्थानों से विक्रय होने वाले उर्वरकों पर नजर रखें। वर्षा के उपरांत वर्षा जनित बीमारियों से बचाव के लिए स्वास्थ्य विभाग ऐतिहातन कदम उठाए। लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग पेयजल स्त्रोतों को स्वच्छ बनाए। लोक निर्माण विभाग एवं सड़क निर्माण से संबंधित अन्य विभाग वर्षा खत्म होते ही पुल-पुलियाओं एवं सड़कों की मरम्मत का कार्य शुरू करें। त्वरित निराकरण करें प्रभारी मंत्री पटवारी ने कहा कि आपकी सरकार आपके द्वार कार्यक्रम को जिला प्रशासन सतत रूप से जारी रखे। इस दौरान आमजन से प्राप्त होने वाले आवेदनों का त्वरित निराकरण करें। साथ ही आवेदकों को प्रदेश के उच्च शिक्षा, खेल एवं युवा कल्याण मंत्री तथा जिला प्रभारी मंत्री जीतू पटवारी ने रविवार को शाजापुर जिला मुख्यालय पर अधिकारियों की बैठक लेकर अतिवृष्टि से हुए नुकसान की समीक्षा की और किसानों को कैसे राहत मिले इस पर चर्चा कीमें किसानों की संतुष्टि का विशेष ध्यान रखें। सर्वे के दौरान स्थानीय जन प्रतिनिधियों को भी साथ रखना सुनिश्चित करें। शाजापुर। फसल नुकसान का अवलोकन करते मंत्रीलाभ प्राप्त हुआ या नहीं इसका भौतिक सत्यापन भी करें। उन्होंने कहा कि सरकार का मुख्य उद्देश्य आमजन की समस्याओं का इसके निराकरण कर उन्हें संतुष्ट करना है। जिले जनप्रतिनिधि और शासकीय सेवक अपने अपने दायित्वों का निर्वहन करे। उन्होंने नगर फसलों पालिका सीएमओ को नगरीय क्षेत्र की सड़कों की मरम्मत कराने एवं जल भराव वाले क्षेत्रों से जल निकासी के इंतजाम करने के भी निर्देश दिए। इस दौरान कालापीपल विधायक कुणाल चैधरी ने क्षेत्र में अतिवृष्टि से हुए नुकसान की जानकारी देते हुए सड़कों एवं पुल-पुलियाओं का अविलंब मरम्मत कार्य शुरू कराने का अनुरोध किया। इसके पूर्व कलेक्टर डॉ. वीरेंद्रसिंह रावत ने जिले में अतिवृष्टि से हुए नुकसान की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि जिले में फसलों को हुए नुकसान के सर्वे का कार्य द्रुत गति से चल रहा है। बैठक में पुलिस अधीक्षक पंकज श्रीवास्तव, जिला कांग्रेस अध्यक्ष योगेंद्रसिंह बंटी बना, जिला पंचायत सदस्य राजकुमार कराड़ा, दिनेश हुरकट, आशुतोष शर्मा सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी मौजूद थे। अधीक्षण यंत्री को नोटिस विभागीय समीक्षा बैठक के दौरान अनुपस्थित रहने वाले पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के अधीक्षण यंत्री को नोटिस देने के निर्देश प्रभारी मंत्री जीतू पटवारी ने दिए। उल्लेखनीय है कि प्रभारी मंत्री पटवारी द्वारा अतिवृष्टि से जिले में हुए नुकसान की समीक्षा के लिए बैठक रखी गई थी। बैठक में अधीक्षण यंत्री उपस्थित नहीं हुए। प्रभारी मंत्री पटवारी ने अधीक्षण यंत्री को नोटिस देने के निर्देश कलेक्टर को देते हुए कहा कि विद्युत विभाग के कार्यों और विद्युत निस्तारण समितियों द्वारा दिए गए सुझावों पर अमल की कार्रवाई की समीक्षा करें। उन्होंने कहा कि आमजन द्वारा लगातार शिकायत की जा रही है कि उनके बिजली के बिल बढ़े हुए आ रहे हैं, जबकि सरकार द्वारा बिजली के बिलों के लिए नीति-निर्देश जारी कर दिए गए हैं। खेतों में किया अवलोकन जिले के प्रभारी मंत्री पटवारी ने जिले के ग्राम सिरोलिया जाकर अतिवृष्टि से फसलों को हुई क्षति का अवलोकन किया। इस मौके पर उन्होंने अधिकारियों को सर्वे कर किसानों को राहत पहुंचाने के निर्देश दिए। इस दौरान विधायक कालापीपल कुणाल चैधरी, कलेक्टर डॉ. वीरेंद्रसिंह रावत, पुलिस अधीक्षक पंकज श्रीवास्तव, जिला कांग्रेस अध्यक्ष योगेन्द्रसिंह बंटी बना, जिला पंचायत सदस्य राजकुमार कराड़ा सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी मौजूद थे। प्रभारी मंत्री पटवारी ने समीक्षा बैठक लेने के पूर्व ग्राम सिरोलिया के खेतों में जाकर फसलों को हुई क्षति का अवलोकन किया। निरीक्षण में उन्होंने क्षतिग्रस्त फसलों का सही-सही सर्वे कराए जाने के निर्देश अधिकारियों को दिए। उन्होंने कहा कि सर्वे के दौरान स्थानीय जनप्रतिनिधियों को भी बुलाया जाए।


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