पण्डोपारा एवं बांधपारा

पण्डोपारा एवं बांधपारा को गांव में शामिल करने की मांग


नगरपालिका क्षेत्र अंतर्गत आने वाले ग्राम पण्डोपारा एवं बांधपारा को पूर्व की भॉति ग्राम पंचायत में शामिल करने की मांग ग्रामीणों ने कलेक्टर से की। इस दौरान काफी संख्या में लोग कलेक्टोरेट कार्यालय पहुंचे और कलेक्टर को ज्ञापन सौपा। सौपे गए ज्ञापन में उल्लेख किया गया है कि राज्य शासन द्वारा छग नगरपालिका अधिनियम 1981 की धारा 5 1 के तहत ग्राम पंचायत सरडी के जूनापारा, स्कूलपारा, तेंदूपारा, पण्डोपारा, बांधपारा, सरडी को नगर पालिका परिषद शिवपुर चरचा में शामिल करते हुए नगरपालिका का दर्जा दिया गया है, जिसे लेकर सरडी के रहवासियों ने आपत्ति दर्ज कराई, जिसके बाद ग्रामीणों द्वारा ग्राम पंचायत में ही रहने की सहमति प्रस्तावित की गई थी। इन ग्रामों में किसी प्रकार की कोई सुविधा एवं विकास नहीं हुए है। बीते दिनों ग्राम पंचायत सरडी, जूनापारा, स्कूलपारा, तेंदूपारा की सीमा को नगरपालिका की सीमा क्षेत्र से पृथक होने की सूचना मिली थी , लेकिन ग्राम पंचायत सरडी का भाग ग्राम पंडोपारा एवं बांधपारा को निकाय से पृथक होने का जिक्र नहीं है, जबकि ग्राम पंचायत सरडी राजस्व ग्राम का अभिन्न भाग पंडोपारा बांधपारा ग्राम है। राजस्व ग्राम सरडी के भाग पंडोपारा एवं बांधपारा को भी पूर्व की भॉति ग्राम में ही शामिल कर राजस्व ग्राम को विभाजित नहीं किए जाने ग्राम पंचायत में शामिल कराने की की मांग की है। ज्ञापन सौपने के दौरान पंडोपारा व बांधपारा के सैकड़ोंभर लोग जिसमें दुर्गावती, उमा, कौशिल्या, चंद्रप्रभा, रूद्रेश्वर, चंदन, रंजीता, अनीता, प्यारेलाल, सोना नाई, भुजबल, लालचंद्र, नीरू, गीता देवी, मोहेलाल, कविता, शकुंतला, संगीता, साधना, सूरज, सुशील, मुन्नालाल, तारा, आशा, दिनेश कुमार, संतकुमार, घनश्याम, प्रीति, काव्या, केशव प्रसाद, भुनेश्वर, बृजमोहन, प्रभू, उर्मिला देवी, लखन राजवाड़े, शंभू दयाल, मोहरसाय भूखल, बल्ली राम, रामबाई, सुभाष, विराजो, कामेश्वर, रामभरोस, प्रमिला, आरती, सोना बाई, विजय एक्का, मनीलाल, सरस्वती, संतोषी, दुर्गा, सुमित्रा, सावित्री, अलीसाय, मुन्नालाल, तारा, रवि कुमार साहू, दीपक, मुनेश्वरी, ललिता, सुमारसाय, राजेन्द्र, कलावती, स्वाती, नेहा, मीना, प्रमिला, मोहनी, सुमिता, गीता प्रजापति, पिंटू, नंदलाल, आनंदलाल, मांझी, बिफईया समेत अन्य लोग उपस्थित रहे।



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