आफत बनी बारिशः

आफत बनी बारिशः चारों और भरा पानी ही पानी


कभी कम वर्षा तो कभी अत्याधिक वर्षा से किसानों की समस्या कम होने का नाम नहीं ले रहीजुलाई माह में लग रहा था कि इस बार बारिश कम होगी, लेकिन अगस्त माह में शुरु हुई बारिश अभी तक बदस्तूर जारी हैअत्याधिक वर्षा के चलते किसानों की फसल नष्ट होने की कगार पर पहुंच गई है। वहीं नदी नालों में आए उफान के कारण जहां सड़क मार्ग भी बंदहो गया, तो नदियों में आए उफान के कारण खेतों में खड़ी सोयाबीन की फसल भी नष्ट हो चुकी है। मौसम विभाग का पूर्वानुमान था कि इस बार सामान्य से कम वर्षा होगी, लेकिन मौसम विभाग का अनुमान इस बार गलत साबित हुआ और इस बार की बारिश ने अभी तक के सभी रिकार्ड तोड़ दिए, जहां दो दिन से तेज बारिश का दौर जारी था, तो वहीं दूसरी ओर रविवार की सुबह लगने लगा था कि आज मौसम मेहरबान हो जाएगा, लेकिन दोपहर बाद शुरु हुई बारिश ने लोगों के मसूबों पर पानी फेर दिया। विगत एक माह के दौरान देखने में आया कि आवागमन के दौरान लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है, जिसके कारण जरुरी काम भी पूरे नहीं हो पा रहे हैं। वहीं दूसरी ओर मूसलाधार बारिश के चलते नदी-नालों में उफान भी आ गया, ऐसे में राहगीरों को अपने गंतव्य तक पहुंचने में परेशानियों का समना करना पड़ा। यदि दो दिन पूर्व हुई मूसलाधार बारिश ने जिला मुख्यालय का संपर्क जहां कई गांवों से टूट गया, तो वहीं अशोक नगर मुंगावली, चंदेरी, पिपरई, मुंगावल से मल्हारगढ़ सहित अन्य रास्तेपूरी तरह से बंद हो गए थे। आलम ये था कि नदियों का पानी जहां पुल से 5 फीट ऊपर आ गया, तो वहीं दूसरी ओर नालों ने भी नदी का रूप ले लिया। अब तक 1121.50 मिमी औसत वर्षा दर्ज जिले में 01 जून से 15 सितंबर तक सामान्य से अधिक 1121.50 मिमी औसत वर्षा दर्ज की गई है। गत वर्ष इसी दिनांक तक 1008.25 मिमी वर्षा दर्ज की गई थी। जिले की सामान्य औसत वर्षा 882.00 मिमी है। अधीक्षक भू.अभिलेख द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार 01 जून से 15 सितंबर तक जिले के वर्षामापी केन्द्र अशोकनगर में 1211 मिमी, चंदेरी में 1129 मिमी, ईसागढ़ में 1000 मिमी, मुंगावली में 1146 मिमी वर्षा दर्ज की गई है। जिले में बीते 24 घंटे में रविवार की सुबह 8 बजे तक 3.25 मिमी औसत वर्षा दर्ज की गई।



abcnews 


Featured Post

 मध्यवर्गीय परिवारों का हाल किसी से छुपा नहीं है सरकारें आती हैं जातीं है परन्तु मध्यवर्गीय परिवारों कि हालत आज भी जस कि तस बनीं हुईं हैं इस...