बेटी को बेचा

बीस दिन की बेटी को 10 हजार में बेचा


आर्थिक रूप से कमजोर एक परिवार ने बीस दिन की बेटी को महज दस हजार रुपये में बेच दिया। परिवार में पहले से ही चार बेटियां थीं, लेकिन पांचवीं के पैदा होने पर उसका सौदा एक आंगनबाड़ी कार्यकर्ता से कर डाला। एक महिला ने ट्वीट कर मामला अधिकारियों के संज्ञान में पहुंचाया। इसके बाद विजयनगर पुलिस ने नवजात बच्ची को एमएमजी (महिला) के एसएनसीयू (सिक न्यू बोर्न केयर यूनिट) में भेजा दिया है। विहारी पुरा गाजियाबाद में रहने वाली एक महिला ने एक बेटा और चार बेटियों के बाद 24 अगस्त एक बेटी को बच्ची को पुलिस की मदद से महिला अस्पताल के एसएनसीयू रखवा दिया गया है। पुलिस के साथ मिलकर पूरे मामले की जांच की जा रही है। जन्म दिया था। पांचवीं बेटी परिवार में पैदा होने पर उन्हें कोई खुशी नहीं हुई। बच्ची के मां बाप ने उसे आदर्शनगर कॉलोनी में रहने वाली एक आंगनबांडी कार्यकर्ता को बेच दिया। बेटी को आंगनबाड़ी कार्यकर्ता अपने घर ले गई। क्रॉसिंग रिपब्लिक की रहने वाली आकांक्षा पांडेय ने इसकी जानकारी ट्वीट कर चाइल्ड हेल्प लाइन और बाल संरक्षण समिति को दी। इस पर चाइल्ड लाइन ने कार्रवाई करते हुए मामले की जांच शुरु की। जांच में मामला सही पाया गया। इसके बाद चाइल्ड हेल्प लाइन की मदद से आकांक्षा ने विजयनगर थाने में मामला दर्ज कराया गया। विजयनगर पुलिस ने कार्रवाई करते हुए बच्ची के मां-बाप और बच्ची खरीदने वाली आंगनबाड़ी कार्यकत्री को थाने बुलाया। पूछताछ में आंगनबाडी कार्यकत्री ने बताया कि उसने बच्ची को दस हजार रुपये में खरीदा है। महिला ने बताया कि उसके कोई संतान नहीं है इसीलिए खरीदा था। पुलिस ने आरोपी दंपत्ति के खिलाफ मानव तस्करी की धारा में मामला दर्ज कर लिया है। हालांकि मामले में अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है। विजनगर थाना प्रभारी श्यामवीर सिंह ने बताया कि विहारीपुरा में रहने वाली आकांक्षा पांडेय ने पुलिस को शिकायत दी थी। शिकायत के आधार पर मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की जा रही है।


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