बिजली कटौती ने बढ़ाई

बिजली कटौती ने बढ़ाई जनता की मुसीबतें, जिम्मेदार कौन


जहां एक और सरकार बड़े बड़े वादे कर आम जनता को हर सुविधा मुहैया कराने की घोषणा कर देती है वही घोषणा करने के बाद जनता की सुध लेने वाला नहीं है, इसी के चलते भारी बारिश में अघोषित बिजली कटौती जनता के लिए परेशानी का शबब बनी हुई है। सिराली क्षेत्र में शहर से लेकर गांवों तक कटौती का आलम है 


क्या है मामला


- अभी न तो कोई बिजली विभाग पर लोड है और न ही ट्रांसफार्मर ओवरलोड हो रहे हैं बावजूद बिजली कटौती की जा रही है। खास बात यह है कि न तो कटौती की घोषणा की गई है और न ही कटौती के बारे में बताया जा रहा है बावजूद 24 घंटे घंटे में 10 से 12 घंटे बिजली ही मिल पा रही है। जनता अंधेरे में रहने को मजबूर है। पावर हाउस फोन लगाने पर फोन रिसीव नही हो रहे हैं। ऐसे में ग्रामीण जनता किससे शिकायत करें बड़ा सवाल है 


लालटेन लगने लगे


बारिश के दिनों में कटौती समस्याओं का कारण बन रही है। ग्रामीणों ने बताया कि बारिश के कारण जहरीले जानवर निकल आते है। बिजली न होने पर अंधेरा का फायदा उठाकर घरों में घुस जाते है। कभी कभी अंधेरा होने के कारण लोगों के पैर रखा जाते है जिससे दुर्घटनाएं हो रहीं है। अंधेरी रातों में आम जनता भय के साए में बिता रही है। रामसुख इवने ने बताया कि न तो मिट्टी का तेल मिल पाता और नहीं बिजली मिल पा रही है ऐसी काली रात में भारी बारिश का डर बना हुआ है।



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