गाजे-बाजे के साथ धूमधाम से गजानन को किया विदा
दस दिवशीय गणेश उत्सव का समापन गुरुवार को हो गयागुरुवार को सबह से देर रात तक सार्वजनिक पंडालों में विराजे गणपति नगर के विभिन्न घाटों पर विसर्जित किए गए। वहीं घरों में बैठे छोटे गणपति ऑटो से विसर्जन को जाते दिखे गए। कुछ लोगों द्वारा घरों में बाल्टी में गणेश प्रतिमाओं को विसर्जित किया गया। इस मौके पर सार्वजनिक प्रतिमाएं धूमधाम से विसर्जन को निकली गईं। इस मौके पर समिति द्वारा नगर में चल समारोह भी निकाला गया। जहां लोग बेंड बाजे एवंडीजे की धुन पर जमकर थिरक रहे थे। साथ ही गणपति बप्पा मोरिया अगले बरस तू जल्दी आ के जय घोष भी भक्त लगा रहे थे। 3 गणेश उत्सव को लेकर स्थानीय प्रशासन भी पूर्णतः मुस्तैद दिखाई दिया। नगर के चिन्हित विसर्जन घाटो पर चाक चौबंद व्यवस्था की गई थी। वहीं विसर्जन के दौरान तजामात किसी भी अप्रिय घटना से निपटने नगर पालिका परिषद आमला द्वारा गोता खोर, विद्युत व्यवस्था के अलावा घाटों पर बेहतर साफ सफाई की व्यवस्था की गई थी। जिसकी मॉनिटरिंग का जिम्मा स्वयं नगर पालिका परिषद आमला अध्यक्ष लाजवंती अशोक नागले ने सभी घाटों पर व्यवस्था का जायजा लिया गया। वहीं शांति व्यवस्था बनाने थाना प्रभारी शिवनारायण मुकाती के मार्गदर्शन में नगर सहित विसर्जन घाटों पर पुलिस बल शांति व्यवस्था बनाते देखा गया। उत्सव के दौरान इस बार नगर में सुंदर गणेश प्रतिमाएं विराजित की गई थीं जो आकर्षण का केंद्र रहीं।