यात्री ध्यान दें, अगला स्टेशन नजफगढ़ है

- लंबे इंतजार के बाद आखिरकार नजफगढ़ -द्वारका ग्रे मेट्रो लाईन बनकर पूरी तरह तैयार हो चुकी है। इस लाइन को रेलवे सुरक्षा आयुक्त जनक कुमार गर्ग ने शुक्रवार को एनओसी यानि सुरक्षा प्रमाण पत्र जारी कर दिया है। अब जल्द ही डीएमआरसी इस लाइन को आम यात्रियों के लिए खोलने की घोषणा कर देगा। करीब 4.3 किलोमीटर लंबे इस कॉरिडोर में कुल तीन स्टेशन हैं। इनमें द्वारका व नंगली स्टेशन एलिवेटेड व नजफगढ़ स्टेशन भूमिगत बनाया गया है। एनओसी मिलते ही डीएमआरसी ने शनिवार को इस खंड पर मीडिया ट्रायल करवाया। इस खंड को जनता के लिए खोलने की तारीख अभी तय नहीं हुई है लेकिन अगले सप्ताह में यह लाइन शुरू हो जाएगी। शुरूआत में इस खंड पर ध्यान दें, अगला हर साढ़े सात मिनट बाद मेटो मिलेगी, जिसमें आने वाले समय में कमी की जाएगी। डीएमआरसी के कार्यकारी निदेशक अनुज दयाल ने बताया कि इस खंड के शुरू होते ही दिल्ली मेट्रो का नेटवर्क 274 स्टेशनों के साथ 377 किलोमीटर लंबा हो जाएगा। जो देश में सबसे बड़ा मेट्रो जाल है। इसमें नोएडा और ग्रेटर नोएडा की एक्वा लाइनें भी शामिल है। मेट्रो की 326 ट्रेनें व कुल 2006 कोच रोजाना लाखों लोगों को सुविधाएं दे रहे है। उन्होंने बताया कि विभिन्न विषमताओं के चलते महज 4 किमी. लंबे खंड को बनाने में चार साल का समय लग गयानिर्माण की कई दिक्कतों को दर करते हुए मेट्रो के इंजीनियरों ने यह कारनामा कर दिखाया। यात्रियों को आधुनिक सुविधायें उपलब्ध कराने के साथ-साथ सुरक्षा पर पूरा ध्यान रखा गया है। लोगों की स्टेशनों से बेहतर कनेक्टीविटी के लिए ई-रिक्शा, आटो रिक्शा और बसों की व्यवस्था के साथ-साथ विस्तृत मल्टीमोडल एकीकरण का प्रावधान किया गया है। इस लाइन का विस्तार ढांसा स्टैंड तक किया जाना है जहां स्टेशन का निर्माण चल रहा है और 2020 के अंत में पूरा होने की संभावना है। इस स्टेशन पर भूमिगत कार पार्किंग की व्यवस्था भी की गई है। नजफगढ़ व नंगली स्टेशनों पर कार पार्किंग की कोई व्यवस्था नहीं है। द्वारका में इस खंड के लिए 2000 वर्ग मीटर की अतिरिक्त कार पार्किंग बनाई  दिल्ली मेट्रो प्लास्टिक बैन पर कर रही ' नई दिल्ली। सिंगल यूज प्लास्टिक पर बैन लगाने के लिए दिल्ली तैयारी कर रही है। प्रवक्ता अनुज दयाल ने बताया कि जल्द नो प्लास्टिक यूज जोन घोषित करेगी, जिसमें मेट्रो परिसरों में मॉल, दुकानों आदि में सिंगल युजप्लास्टिक का प्रयोग नहीं प्लास्टिक की बोतल में मिलने वाले पानी समेत अन्य सामान इसे लेकर डीएमआरसी प्रबंध निदेशक मंगू सिंह की देखरेख तैयार कर रही है जिसे जल्दी ही लागू कर दिया जाएगा। जिसके परिसरों में सिंगल युज प्लास्टिक प्रयोग करने पर भारी जुमार्ना जाएगा। इसके लागू होने से स्टेशनों पर क्योस्क में सामान बेचने प्लास्टिक का कोई भी सामान नहीं रख पाएंगे। अगर प्रतिबंध का सामान रखते हएया बेचते हुए मिले तो न केवल उस पर होगा बल्कि क्योस्क का लाइसेंस भी रद्द हो सकता है। उन्होंने अभी यात्रियों को लेकर स्थिति स्पष्ट नहीं है कि वह अपने साथ फिलहाल डीएमआरसी सोलर पावर पावर का गई है। उन्होंने बताया कि नजफगढ़ स्टेशन अति व्यस्त मार्ग पर होने के कारण इसे डम्बेल का आकार दिया गया है। द्वारका, नंगली सकरावती व नजफगढ़ तीनों स्टेशनों पर सोलर उर्जा से लाईट का प्रबंधन किया गया है। जिसमें द्वारका स्टेशन पर 175 किलोवॉट, नजफगढ़ डिपो 182 किलोवॉट और नंगली स्टेशन पर 240 किलोवॉट के सोलर पावर प्लांट लगाये हैं। फिलहाल डीएमआरसी 30 मेगावॉट सोलर पावर का उत्पादन कर रही है।



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